[Agnipath Yojana 2022] Agnipath Yojana | Agneepath Scheme | HindiPediaa | Gov | सरकारी योजना
Ranjeev MauryaOctober 27, 2022Last Updated: December 2, 2022
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Agnipath Yojana | अग्निवीर योजना | Agnipath Yojana Online apply | Agnipath Yojana | अग्निपथ योजना | अग्निवीर योग्यता | अग्निपथ योजना सीमा | अग्निपथ योजना चयन प्रक्रिया
भारत सरकार द्वारा Agneepath Yojana प्रारंभ 14 June 2022 की गई है। Agneepath Yojana 2022 रक्षा मंत्रालय द्वारा संपूर्ण भारत के 10वीं, 12वीं पास महिला, पुरुष अभ्यर्थियों के लिए अग्निपथ योजना 2022 का शुभारंभ किया है। Agneepath Yojana के अंतर्गत थल सेना, वायुसेना और नौसेना में अग्निवीरों की भर्ती किया जाएंगे। आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा देश के नौजवानों के लिए अग्निपथ भर्ती योजना का घोषणा किया गया है। इस योजना के अंतर्गत अग्निवीरों को 30000 रुपया वेतन, 44 लाख का बीमा, 4 साल की नौकरी एवं अन्य सुविधा प्रदान किया जावेगा। भारत देश के इच्छुक नौजवान महिला पुरुष अभ्यार्थी Agneepath Bharti Yojana Online Form प्रस्तुत कर सकते हैं। Agneepath Scheme 2022 के माध्यम से देश के बेरोजगार नौजवानों को रोजगार पाने का सुनहरा मौका है। Agneepath Bharti Yojana से जुड़ी संपूर्ण जानकारी नीचे तालिका पर अवलोकन कर सकते हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार सरकारी योजना अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार का प्राथमिक लक्ष्य युवाओं को प्रशिक्षित करना और सेवानिवृत्ति और पेंशन की लागत को कम करना है। भारत सरकार ने अपने सुरक्षा बलों को बढ़ाने के लिए यह रणनीति अपनाई है। चयनित युवाओं को जम्मू-कश्मीर सीमा जैसे- क्षेत्र में भेजे जाने से पहले व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस भर्ती की सबसे खास बात यह है कि युवाओं के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होगी।
सरकार का प्राथमिक लक्ष्य युवाओं को प्रशिक्षित करना और सेवानिवृत्ति और पेंशन की लागत को कम करना है। भारत सरकार ने अपने सुरक्षा बलों को बढ़ाने के लिए यह रणनीति अपनाई है। चयनित युवाओं को जम्मू-कश्मीर सीमा जैसे- क्षेत्र में भेजे जाने से पहले व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस भर्ती की सबसे खास बात यह है कि युवाओं के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होगी।
Agneepath Yojana New update 2022:
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने कहा है आर्म्ड फोर्सेज की भर्ती प्रक्रिया में बदलाव ‘जरूरत’ के चलते हुआ है। ‘अग्निपथ’ योजना पर डोभाल का कहना था कि ‘अगर हमें कल के लिए तैयारी करनी है तो हमें बदलना ही होगा। NSA ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा कि अग्निपथ कोई ‘स्टैंडअलोन’ योजना नहीं है। उन्होंने योजना से जुड़ी कई भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की। डोभाल ने कहा कि ‘सेना में चार साल बिताने के बाद अग्निवीर जब वापस जाएगा तो वह स्किल्ड और ट्रेन्ड होगा। वह समाज में सामान्य नागरिक की तुलना में कहीं ज्यादा योगदान कर पाएगा।’ ट्रेनिंग पर बात करते हुए डोभाल ने कहा कि ‘अग्निवीर कभी पूरी सेना तो बनेंगे नहीं। जो अग्निवीर रेगुलर आर्मी में जाएंगे, उनकी कड़ी ट्रेनिंग होगी, अनुभव हासिल करने के लिए वक्त मिलेगा।’ डोभाल ने कहा कि ‘पहला अग्निवीर जबरिटायर होगा तो 25 साल का होगा। उस वक्त भारत की इकनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की होगी।’ NSA ने कहा कि तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को ऐसे लोग चाहिए होंगे।
NSA के अनुसार, ‘अग्निपथ‘ से युवाओं को बेहद कम उम्र में इतना अनुभव हासिल होगा, उनकी स्किल्स डिवेलप होंगी। 25 साल की उम्र में वे सामान्य नागरिकों से कहीं ज्यादा योग्य और प्रशिक्षित होंगे। डोभाल ने कहा कि ‘सेवा से बाहर होने के बाद अग्निवीर देश के अलग-अलग हिस्सों में जाएंगे। उनमें सेना का जूनून और जज्बा कूट-कूटकर भरा होगा। ये लोग बदलाव के वाहक बनेंगे।’
Agneepath Yojana पात्रता मापदंड:
उम्मीदवारों की आयु 17 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उन्हें एक मान्यता प्राप्त बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया जाना चाहिए। 10th,12th के लिए कम से कम 50 प्रतिशत अंक चाहिए।
आपके द्वारा 3 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के बाद भी, यदि आपका कार्य-निष्पादन आपके कर्तव्य के दौरे को पूरा करने के बाद आपको बनाए रखने के लिए पर्याप्त रूप से स्वीकार्य है, तो आपको बनाए रखने की संभावना है। इसके अलावा, डिस्चार्ज किए गए सैनिकों को उनका तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद एक नागरिक व्यवसाय खोजने में सहायता की जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार अग्निवीर का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भविष्य के बारे में बातचीत कर रही है।
Agneepath Yojana अवधि पूरी होने पर प्रदान की जाएगी 11 लाख से अधिक की राशि:
अग्नीपथ योजना के अंतर्गत नियुक्त किए गए नौजवानों की कार्यकाल की अवधि पूरी होने के पश्चात सैनिकों को आगे सेवा में भी रखा जा सकता है। अधिकांश सैनिकों को 4 साल के अंत में duty से मुक्त कर दिया जाएगा एवं उनको आगे रोजगार के अवसर के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। इसके अलावा corporate company भी ऐसे प्रशिक्षित एवं अनुशासित युवाओं को नौकरी प्रदान करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इन सभी नौजवानों में से लगभग 25% नौजवानों को सेवा में रख लिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत 17.5 साल से 21 वर्ष तक के नौजवानों को सेना में रखा जाएगा।
Agneepath Scheme Age Limit:
रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना को लेकर गुरुवार को एक बड़ा बदलाव किया है। केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के लिए अधिकतम आयु सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 साल तक कर दी है। यानी भर्ती के लिए अधिकतम आयुसीमा में दो साल की बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, युवाओं को अधिकतम आयु सेवा में दो साल छूट का यह फायदा सिर्फ पहले साल में ही मिलेगा।
Agneepath Yojana की पात्रता:
अग्निपथ भर्ती योजना योग्यता एवं पात्रता :- Indian Army Agneepath Yojana के लाभ लेने के लिए इच्छुक महिला पुरुष अभ्यार्थी नीचे तालिका पर योग्यता एवं पात्रता विवरण अवलोकन कर सकते हैं :-
आयु सीमा-17.5 वर्ष से 21 वर्ष
नागरिकताभारतीय
योग्यता-8वीं, 10वीं / 12वीं पास
अग्निवीर (General Duty) (All Arms)-
आवेदक की आयु 17.5 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
अग्निवीर द्वारा दसवीं कक्षा में न्यूनतम 45% aggregate अंक एवं 33% प्रत्येक subject में अंक प्राप्त किए होनी चाहिए।
वह board जो grading system को follow करते हैं उनमें अग्निवीर द्वारा प्रत्येक subject में न्यूनतम D grade प्राप्त की होनी चाहिए एवं overall C2 ग्रेड प्राप्त की होनी चाहिए।
अग्निवीर (technical) (all arms) एवं अग्निवीर (technical) (aviation and ammunition examiner)-
आवेदक की आयु 17.5 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
अग्निवीर द्वारा 12वीं कक्षा physics, chemistry, maths एवं english से 50% अंक प्राप्त होने चाहिए एवं इन चारों subject में न्यूनतम 40% अंक प्राप्त किए होने चाहिए या
वह आवेदक जिन्होंने Nios या फिर ITI course किया है वह भी योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं। उनके द्वारा न्यूनतम 1 साल का required field में NSQF लेवल 4 या इससे ऊपर का कोर्स किया होना चाहिए।
अग्निवीर द्वारा 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की होनी चाहिए। प्रत्येक subject में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
इस योजना के अंतर्गत aggregate marks 60% निर्धारित किए गए हैं।
अग्निवीर द्वारा maths/accounts/book keeping मैं 12वीं कक्षा में 50% अंक प्राप्त होने अनिवार्य है।
अग्निवीर ट्रेड्समैन (all arms) 10th pass-
आवेदक की आयु 17.5 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए।।
अग्निवीर दसवीं कक्षा उत्तीर्ण किया होना चाहिए।
आवेदक द्वारा न्यूनतम 33% अंक प्राप्त किए होने चाहिए।
अग्निपथ योजना के तहत वेतनमान:
इस योजना के तहत सैनिकों को पहले साल 4.76 लाख रुपये का सालाना पैकेज मिलेगा और इस अवधि के चौथे और अंतिम साल में यह 6.92 लाख रुपये हो जाएगा.
चार साल की प्रतिबद्धता अवधि पूरी होने पर, अग्निशामकों को एकमुश्त ‘सर्विस फंड’ पैकेज की पेशकश की जाएगी जिसमें उनका योगदान उन पर अर्जित ब्याज और उनके योगदान की राशि के बराबर सरकारी योगदान के बराबर होगा। नीचे दिखाए अनुसार ब्याज शामिल करें:
Year
Customised Package (Monthly)
In Hand (70%)
Contribution to Agniveer Corpus Fund (30%)
Contribution to corpus fund by GoI
1st Year
30000
21000
9000
9000
2st Year
33000
23100
9000
9000
3st Year
36500
25580
10950
10950
4st Year
40000
28000
12000
12000
Total contribution to Agniveer Corpus Fund after four years
Rs 5.02 Lakh
Rs 5.02 Lakh
Exit After 4 Years
Rs 11.71 Lakh as Seva Nidhi Package
(Including, interest accumulated on the above amount as per the applicable interest rates would also be paid)
अग्नीपथ योजना के विशेषताएं:
भारत सरकार द्वारा अग्निपथ योजना launch की गई है।
इस योजना के माध्यम से वह सभी देश के युवा जो भारतीय सेना में हिस्सा लेना चाहते हैं वह अपना सपना पूरा कर सकते हैं।
इस योजना के माध्यम से भारतीय सेना की तीनों शाखाओं जो कि थलसेना, नौसेना और वायु सेना है, मैं बड़ी संख्या में भर्ती की जाएगी।
यह भर्ती अग्निपथ योजना के अंतर्गत की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत सैनिकों की भर्ती 4 साल के लिए की जाएगी।
इस योजना को आरंभ करने की घोषणा defence minister राजनाथ सिंह एवं सेना के तीनों अंगों के प्रमुख द्वारा की गई है।
इस योजना के अंतर्गत भर्ती किए गए नौजवानों को अग्निवीर कहा जाएगा।
अग्निपथ योजना को मंजूरी सूक्ष्म मामलों की मंत्रिमंडल समिति की बैठक में प्रदान की गई है।
सरकार द्वारा इस योजना को launch करने का निर्णय 14 June 2022 को लिया गया।
यह योजना रोजगार के अवसर को बढ़ाने में भी कारगर साबित होगी। इसके अलावा देश की सुरक्षा को भी इस योजना के संचालन से मजबूत बनाया जा सकेगा।
सेना के तीनों chief द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को इस योजना को आरंभ करने से पहले योजना का projection भी प्रदान किया गया था।
प्रदेश के युवा इस योजना के संचालन से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनेंगे।
इसके अलावा उनके जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।
अग्नीपथ योजना के लाभ:
देश की सेवा करते हुए और भारत भर में यात्रा करते हुए उसकी असल तस्वीर देखने के दौरान आपकी जेब में हर महीने 21 हजार से 28 हजार रुपये होंगे। ये सब तब, जब आप सिर्फ 9 से 10 महीने की ही सेवा देंगे। सालाना छुट्टी के तौर पर आपको 2 महीने मिलेंगे जो कि निर्भर करता है कि आप कहां सेवाएं दे रहे हैं और 20 दिन कैजुअल लीव के तौर पर मिलेंगे। इसमें छुट्टी लेने से ठीक पहले के शनिवार, रविवार और अवकाश नहीं शामिल होंगे और न ही छुट्टी खत्म होने के ठीक बाद के शनिवार, रविवार और अवकाश। सेवा की जगह के हिसाब से आपको दो से तीन महीने घर जाने को मिल सकता है।
चार साल के बाद जब आप सेना को विदा कहते हैं, तब आपको गारंटी 11 से 14 लाख रुपये मिलेंगे और बचत तो है ही जो आपकी ही होगी. यानी चार साल बाद आप आराम से 20 लाख रुपये, वो भी कर मुक्त रकम के साथ घर लौट सकेंगे। और हां, ये सालाना वेतन-वृद्धि के आवेदन के साथ महंगाई दर से मुक्त होगी।
चार साल बाद आपको अग्निवीर कहा जाएगा और कुछ राज्यों ने तो अभी से पुलिस काडर में और गृह मंत्रालय ने CAPF में भी अग्निवीरों के आरक्षण की घोषणा कर दी है। चार साल में आपको बेहद सख्त प्रशिक्षण से गुजरना होगा जो कि अभी तक दी जाने वाली ट्रेनिंग से बिल्कुल अलग नहीं होगी। यह प्रशिक्षण आपकी मानसिक और शारीरिक ताकत को मजूबत करेगा और अनुशासन, सेहत और चरित्र निर्माण में सहायक होगा, जो कि मेरे लिए तो सबसे जरूरी है। अग्निवीर जब बाहर की दुनिया में चार साल बाद जाएंगे तो अपने आप में एक आदर्श होंगे, एक युवा जिसने सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभाई, देश की रक्षा की। ऐसे नौजवान जहां कहीं भी जाएंगे कमाल ही करेंगे।
चार साल बाद रोजगार सुरक्षा –
इस स्कीम के तहत करीब 45 हजार सैन्यकर्मी भर्ती होंगे, जिनमें से करीब 34 हजार 4 साल बाद रिटायर हो जाएंगे। साल दर साल आंकड़ा यही रहेगा. और इन 34000 को राज्य पुलिस, सीएपीएफ और अन्य सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी। Central Reserve Police Force (CRPF), Border Security Force (BSF), Central Industrial Security Force (CISF), Indo-Tibetan Border Police (ITBP), Sashastra Seema Bal (SSB), राज्य पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हर साल 1.7 लाख से ऊपर नौकरियां निकलती हैं। ये सब अग्निवीरों को प्राथमिकता देंगे. और इनके बाद भी जब जगह खाली होगी तब उन नौजवानों को मौका मिलेगा जो इस स्कीम में नहीं आ पाए थे।
भविष्य का क्या?-
मेरी नजर से तो भविष्य उज्जवल है. इसलिए क्योंकि ये अग्निवीर सेना से 21 से 23 साल की कम उम्र में बाहर निकलेंगे, न कि 30 के बाद जब तक उनके हाथ से साढ़े दस साल निकल चुके होते हैं? जिसमें वो शायद अपने भविष्य को एक बेहतर दिशा दे सकते थे। आज भी ऐसे सैन्यकर्मी हैं, जो चार से पांच साल सेवा देने के बाद ही रिटायरमेंट मांगते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे बाहर की दुनिया के लिए तैयार हैं. लेकिन इन्हें विदा किया नहीं जाता, क्योंकि संस्थान को उनकी जरूरत होती है. ऐसी इच्छा रखने वाले 50 से 60 फीसदी होते हैं. इसलिए अग्निपथ में 75 फीसद का आंकड़ा करीब-करीब उतना ही है, जितना की वर्तमान में सेना से सेवानिवृत्त की चाह रखने वालों की संख्या है. ये ऐसा तथ्य है जो सरकार, इस स्कीम कि विरोध करने वालों तक नहीं पहुंचा पा रही है।
सुरक्षा से जुड़े फायदे-
ऊपर बताए गए फायदों के अलावा सरकार को भी इससे पेंशन बिल कम करने का फायदा मिलता है। पेंशन बिल कम करने के लिए सरकार मौजूदा पेंशनधारकों की पेंशन कम कर सकती थी, जो कि गलत कदम होता या फिर भविष्य की पेंशन आवश्यकताओं पर सीमा लगा सकती थी। सरकार ने ऐसा रास्ता चुना जो नौजवानों और सरकार दोनों के लिए काम करे। क्योंकि 25 फीसदी युवा जो सेवा में रहने के लिए तैयार दिखेंगे उनसे उम्मीद की जाएगी कि वे लगातार काम में संलग्न रहकर पेंशन की उम्र तक पहुंच पाएं। सैन्य बलों की औसत उम्र 36 से घटाकर 26 होगी। यानी उनकी क्षमता बढ़ेगी. ये साबित हो चुका है कि नौजवान अधिकारी और जवान युद्ध जीतने में ज्यादा मददगार साबित होते हैं. करगिल इसका उचित उदाहरण है. आज सैन्य बल आधुनिकता के रास्ते पर नहीं चल पा रहा है, क्योंकि पेंशन फंड का बोझ बढ़ता जा रहा है। ये देश की सुरक्षा के साथ समझौता है. इस स्कीम से देश की सुरक्षा को भी बेहतर किया जा सकेगा।
हिंसा और निहित स्वार्थ-
हिंसक प्रदर्शन – ये नतीजा है उन लोगों के निहित स्वार्थों का जो गलत जानकारी फैला रहे हैं और नौजवानों को सड़कों पर उतरने के लिए भड़का रहे हैं। कौन हैं ये लोग जो युवाओं की सोच के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं? कुछ राजनीतिक पार्टियां हैं जो विदेशी फंड की मदद से ये कर रही हैं और बिहार के कुछ कोचिंग केंद्र भी इसमें शामिल हैं जो बच्चों को भड़का रहे हैं। मैंने कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों को अग्निपथ स्कीम की ऑफिसर्स की एसएससी से तुलना करते तो सुना लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि वो एसएससी कम से कम 10 साल की होती है और कई मामलों में 14 साल की भी। इस हिंसा का नुकसान उन बच्चों को होगा जो इससे जुड़े वीडियो में नजर आ रहे हैं और उनका भविष्य हमेशा के लिए इसमें सील होकर रह गया है. गलत नियत वाले कुछ लोगों ने उन युवाओं के जरिए अपना मकसद हासिल करना चाहा है, जो ट्रेन और बस जलाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं. मैं इन बच्चों से निवेदन करना चाहूंगा कि वे इस स्कीम को दूरदर्शी निगाहों से पढ़ें और महज पेंशन के फायदे न जांचे।अग्निवीर होने के बाद आप शायद इस पेंशन से कहीं ज्यादा कमा लेंगे।
अग्निपथ योजना आवश्यक दस्तावेज:
आधार कार्ड
पैन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
मोबाइल नंबर
बैंक खाता विवरण
शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
निवास प्रमाण पत्र
अग्निपथ योजना नियम एवं शर्तें:
अग्निपथ योजना के तहत, अग्निपथ को चार साल की अवधि के लिए संबंधित सेवा अधिनियमों के तहत बलों में नामांकित किया जाएगा। वे सशस्त्र बलों में एक अलग रैंक बनाएंगे, जो किसी भी मौजूदा रैंक से अलग होगी। सशस्त्र बलों द्वारा समय-समय पर घोषित की गई संगठनात्मक आवश्यकता और नीतियों के आधार पर चार साल की सेवा पूरी होने पर, अग्निवीरों को सशस्त्र बलों में स्थायी नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इन आवेदनों पर उद्देश्य मानदंड के आधार पर केंद्रीकृत तरीके से विचार किया जाएगा, जिसमें उनकी चार साल की सगाई की अवधि के दौरान प्रदर्शन और अग्निवीरों के प्रत्येक विशिष्ट बैच के 25% तक शामिल हैं। सशस्त्र बलों के नियमित संवर्ग में नामांकित किया जाएगा। विस्तृत दिशा-निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। चयन सशस्त्र बलों का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा। इस साल 46,000 अग्निशामकों की भर्ती की जाएगी।
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क जैसे मान्यता प्राप्त तकनीकी संस्थानों से विशेष रैलियों और परिसर साक्षात्कार के साथ तीनों सेवाओं के लिए एक ऑनलाइन केंद्रीकृत प्रणाली के माध्यम से ई -नामांकन किया जाएगा। नामांकन ‘ऑल इंडिया ऑल क्लास’ के आधार पर होगा और पात्र आयु 17.5 से 21 वर्ष के बीच होगी। अग्निवीर सशस्त्र बलों में नामांकन के लिए निर्धारित चिकित्सा पात्रता शर्तों को पूरा करेंगे जैसा कि संबंधित श्रेणियों/व्यापारों पर लागू होता है। विभिन्न श्रेणियों में नामांकन के लिए अग्निवीरों की शैक्षिक योग्यता यथावत रहेगी। {उदाहरण के लिए: जनरल ड्यूटी (जीडी) सैनिक में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता कक्षा 10 है)।
अग्निपथ योजना Terms & Conditions:
Under the AGNIPATH scheme, the Agniveers will be enrolled in the Forces under respective Service Acts for a period of four years. They would form a distinct rank in the Armed Forces, different from any other existing ranks. Upon the completion of four years of service, based on organizational requirements and policies promulgated by the Armed Forces from time to time, Agniveers will be offered an opportunity to apply for permanent enrolment in the Armed Forces. These applications will be considered in a centralized manner based on objective criteria including performance during their four-year engagement period and up to 25% of each specific batch of Agniveers will be enrolled in the regular cadre of the Armed Forces. Detailed guidelines will be issued separately. The selection will be the exclusive jurisdiction of the Armed Forces. 46,000 Agniveers will be recruited this year.
Enrolment will be undertaken through an online centralised system for all three services with specialized rallies and campus interviews from recognized technical institutes such as Industrial Training Institutes and National Skills Qualifications Framework, among others. Enrolment will be based on an ‘All India All Class’ basis and the eligible age will be in the range from 17.5 to 21 years. Agniveers will meet the medical eligibility conditions laid down for enrolment in the armed forces as applicable to respective categories/trades. The educational qualification for Agniveers will remain in vogue for enrollment in various categories. {For example: For entry into General Duty (GD) soldier, the educational qualification is Class 10).
अग्निपथ योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया:
अभी सरकार द्वारा केवल अग्निपथ योजना को आरंभ करने की घोषणा की गई है। जल्द सरकार इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च करेगी। जैसे ही सरकार की ओर से इस योजना के अंतर्गत आवेदन से संबंधित कोई भी जानकारी साझा की जाती है हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से जरूर बताएंगे। तो आपसे निवेदन है कि आप हमारे इस लेख से जुड़े रहे।
अग्निपथ योजना के अंतर्गत education:
Education Ministry to recognize in-service training received by Agniveers as credits for graduation.
Under IGNOU’s specially designed degree program, in-service training to count for 50 percent credit, the rest to come from a choice-based basket of courses.
Programme to provide for multiple entry-exit points with appropriate certification at every level.
Degree to be granted by IGNOU, with recognition in India and abroad for employment and education.
Programme will open up opportunities for Agniveers to pursue civilian careers of their choice.
14 जून, 2022 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय युवाओं के लिए अग्निपथ सशस्त्र बलों में सेवा करने के लिए एक आकर्षक भर्ती योजना को मंजूरी दी और इस योजना के तहत चुने गए युवाओं को अग्निवीर के रूप में जाना जाएगा। अग्निपथ देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देता है। अग्निपथ योजना को सशस्त्र बलों के युवा प्रोफाइल को सक्षम करने के लिए डिजाइन किया गया है।
हमारे अग्निशामकों की भविष्य की करियर संभावनाओं को बढ़ाने के लिए, और उन्हें नागरिक क्षेत्र में विभिन्न नौकरी की भूमिकाओं के लिए सुसज्जित करने के लिए, शिक्षा मंत्रालय रक्षा कर्मियों की सेवा के लिए एक विशेष, तीन वर्षीय कौशल आधारित स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू कर रहा है जो कौशल को पहचान देगा रक्षा प्रतिष्ठानों में उनके कार्यकाल के दौरान उनके द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण।
इस कार्यक्रम के तहत जो IGNOU द्वारा डिजाइन किया गया है और उनके द्वारा निष्पादित भी किया जाएगा, स्नातक की डिग्री के लिए आवश्यक 50% क्रेडिट कौशल प्रशिक्षण से आएगा – दोनों तकनीकी और गैर-तकनीकी – अग्निवीर द्वारा प्राप्त, और शेष 50 भाषा, अर्थशास्त्र, इतिहास, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र, गणित, शिक्षा, वाणिज्य, पर्यटन, व्यावसायिक अध्ययन, कृषि और ज्योतिष जैसे विषयों की एक विस्तृत विविधता, साथ ही क्षमता वृद्धि पाठ्यक्रम भी। अंग्रेजी में पर्यावरण अध्ययन और संचार कौशल पर।
यह कार्यक्रम यूजीसी मानदंडों के साथ और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अनिवार्य राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क / राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के साथ जुड़ा हुआ है। इसमें कई निकास बिंदुओं का भी प्रावधान है – प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रमों के सफल समापन पर स्नातक प्रमाणपत्र, प्रथम और द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रमों के सफल समापन पर स्नातक डिप्लोमा, और तीन वर्ष की समय सीमा में सभी पाठ्यक्रमों के पूरा होने पर डिग्री।
कार्यक्रम की रूपरेखा को संबंधित नियामक निकायों अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (एनसीवीईटी) और यूजीसी द्वारा विधिवत मान्यता दी गई है। डिग्री IGNOU द्वारा यूजीसी नामकरण (B.A, B.COM, B.A (Commercial), B.A (Tourism Management) के अनुसार प्रदान की जाएगी, और रोजगार और शिक्षा के लिए भारत और विदेश दोनों में मान्यता प्राप्त होगी।
योजना के कार्यान्वयन के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना IGNOU के साथ समझौता ज्ञापन (MU) पर हस्ताक्षर करेंगे।