COVID-19 | कोरोना वायरस
संसार के इस आधुनिक युग में जितना मानो मनुष्य अपने विकास कर रहा है उतना ही अपने लिए समस्याओं को उत्पन्न करते जा रहा है मनुष्य अपने लिए बहुत तेजी से विकास कर रहा है जिसमें विज्ञान मेडिकल आदि का भी विकास किया जा रहा है लेकिन मनुष्यों के कुछ प्रयोगों से एक नया घातक बीमारी का उत्पन्न हो गया है या बीमारी पूरे विश्व में फैल चुका है जिसका नाम कोरोनावायरस है इस वायरस की वजह से मनुष्य लाखों की संख्या में लोग बीमारी से ग्रसित और लगातार मार रहे हैं इसके लिए अभी तक बहुत सारे इलाज या वैक्सीन की उपलब्ध हो गई है इसी के बारे में हम अपने इस लेख में विस्तृत रूप से जानकारी दे रहा हूं।
Covid-19:
नोवेल कोरोनावायरस दो सौ से अधिक देशों में लगातार फैल चुका है और बीमारी बहुत तेजी से बड़ रहा है। 31 जनवरी 2022 तक, COVID-19, नोवेल कोरोनावायरस के कारण होने वाली बीमारी ने करोड़ों लोग संक्रमित किया है। इस गंभीर महामारी में भारत की वर्तमान में अपनी स्थिति के लिए तैयार कर रहा जिससे इस महामारी को रोका जा सके।
यह वायरस सामान्य सर्दी (राइनोवायरस) पैदा करने वाले वायरस के रूप में सामान्य रूप से और तेजी से फैलता है। COVID-19 के लक्षण सर्दी या फ्लू से काफी मिलते-जुलते हैं, जिसमे बुखार, खांसी और सांस आदि बीमारी शामिल हैं।
COVID रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) कोरोनावायरस की जीनोम संरचना के बीच समानता के कारण, वर्तमान ‘नोवेल कोरोनावायरस’ को SARS 2 कहा जाता है। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर में इसके फैलने की कोविड-19 महामारी घोषित की है।
नोवेल Coronavirus का दूसरा नाम COVID-19 है, जिसका नामकरण सूर्य के कोरोना भाग से होने के कारण इसका इसका नाम कोरोना वायरस हो गया है तथा इस वायरस का दूसरा नाम COVID-19 रखा गया है इसका मतलब है CO का अर्थ CORONA, VI का अर्थ VIRUS और D का अर्थ DISEASE हैं। तथा 19 का अर्थ है की प्रथम बार वायरस को वर्ष 31 दिसंबर 2019 को पाया गया है जिसके कारण से COVID-19 नाम रखा गया है।
वर्तमान COVID-19 संकट की शुरुआत चीन के एक वुहान शहर से हुई है, जहां से वायरस की उत्पत्ति हुई और जल्द ही पूरे विश्व के विभिन्न देश भर में फैल गया हैं क्योंकि व्यक्ति देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में चले गए। धीरे-धीरे, यह विश्व स्तर पर लगभग सभी देशों में फैल गया, संबंधित राष्ट्रीय सरकारों की विभिन्न प्रतिक्रियाओं के साथ रोकथाम की प्रयास जारी है। लेकिन जहां भारत के साथ है यहां पर लगाता है क्रोना वारिस कोरोनावायरस चल रहा है इसकी रोकथाम के लिए भारत सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं और काफी हद तक रोकथाम सफल भी रहा है लेकिन अभी भी कोरोनावायरस का इंफेक्शन होने का डर बना रहता है लेकिन विगत 2021-22 में कोविड-19 की वैक्सीन की उत्पत्ति हो चुकी है, जो वैक्सीन पूरे विश्व में तथा भारत में लगातार लगाई जा रही है इसकी मदद से अभी तक काफी कंट्रोल में है लेकिन अभी पूर्णता कोविड-19 वायरस का संक्रमण नहीं रुका हुआ है। भारत सरकार प्रयास कर रही है कि जल्द ही कोविड-19 वायरस का संक्रमण रोका जा सकता है।
Related links are given below: |
कोरोनावायरस विश्व में सभी देशों में पूर्णता फैल चुका है इस वायरस की शुरुआत चीन देश फैलना शुरू हुआ है जिससे पूरा विश्व कोरोनावायरस के कारण परेशान है भारत में कोरोनावायरस महामारी बहुत तेजी से फैल चुका है यह वायरस पूरे भारत में फैल चुका है।
यह एक नया कोरोनावायरस है जिसे पहली बार मुख्य भूमि चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान शहर में पहचाना गया है। लोगों को बिना किसी स्पष्ट कारण के निमोनिया होने के बाद इसकी पहचान की गई और जहां वर्तमान टीके और उपचार के तरीके प्रभावी नहीं थे। चीन देश के बाहर, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, ईरान, इटली, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, अमेरिका, पश्चिम एशिया के देशों आदि में कुल 200 से अधिक देशों में कोरोन वायरस मामले सामने आए हैं।
भारत ने जनवरी 2020 के अंत में अपना पहला मामला दर्ज किया। दुनिया भर में करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और कई लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में ब्राजील, अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन, भारत और इटली हैं।
Covid-19 के लक्षण:
- बुखार
- खाँसना
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- साँस की तकलीफे
- निमोनिया हो सकता है (एक या दोनों फेफड़ों का संक्रमण)
- संक्रमित शरीर में धीमी शुरुआत के बाद दूसरे सप्ताह में रोग तेजी से फैलता है।
- तीव्र फेफड़ों की चोट के कारण होने वाले हाइपोक्सिमिया से सांस लेने में कठिनाई होती है।
- कोरोनावायरस से तेज बुखार की अवधि 2 से 14 दिनों तक होती है।
Covid-19 विवरण:
कोरोनावायरस विश्व में सभी देशों में पूर्णता फैल चुका है इस वायरस की शुरुआत चीन देश फैलना शुरू हुआ है जिससे पूरा विश्व कोरोनावायरस के कारण परेशान है भारत में कोरोनावायरस महामारी बहुत तेजी से फैल चुका है यह वायरस पूरे भारत में फैल चुका है।
नोवेल Coronavirus का दूसरा नाम COVID-19 है, जिसका नामकरण सूर्य के कोरोना भाग से होने के कारण इसका इसका नाम कोरोना वायरस हो गया है तथा इस वायरस का दूसरा नाम COVID-19 रखा गया है इसका मतलब है CO का अर्थ CORONA, VI का अर्थ VIRUS और D का अर्थ DISEASE हैं। तथा 19 का अर्थ है की प्रथम बार वायरस को वर्ष 31 दिसंबर 2019 को पाया गया है जिसके कारण से COVID-19 नाम रखा गया है।
Covid-19 संक्रमण (Infection):
Coronavirus गले और फेफड़ों में ही ज्यादा इंफेक्शन तथा कोशिकाओं को भी संक्रमित करता है।
- SARS-CoV-2 मानव कोशिकाओं पर ACE2 रिसेप्टर्स को रोकता है, जो अक्सर गले और फेफड़ों में पाए जाते हैं।
- त्वचा पर वायरस, ACE2 अभिव्यक्ति की कमी, हानिरहित होगा।
- कोरोना वायरस नाक, आंख और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करके संक्रमण करता है।
- मुख्य रूप से हाथ की सहारे से वायरस को हमारे मुंह, नाक और आंखों तक पहुंचने में मदद करते हैं।
Note- इसीलिए जितनी बार संभव हो साबुन के पानी से 20-25 सेकंड तक हाथ धोने से संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है।
Covid-19 के लिए संक्रामक खुराक :
- मनुष्यों को संक्रमित होने के लिए 700000 PFU से अधिक खुराक की आवश्यकता होगी।
- ACE2 रिसेप्टर्स के साथ आनुवंशिक रूप से चूहों पर एक अध्ययन से पता चला है कि यह केवल 240 PFU के साथ SARS से संक्रमित हो सकता है। इसकी तुलना में, इसे संक्रमित होने के लिए कोरोनवायरस के 70,000 PFU की आवश्यकता थी।
Covid-19 की संक्रामक अवधि:
- एक व्यक्ति कितने समय तक दूसरों को संक्रमण फैला सकता है, संभवतः 10-14 दिनों तक।
Covid-19 को कौन संक्रमित कर सकता है:
- Coronavirus से संक्रमित कोई भी व्यक्ति लक्षण प्रकट होने से पहले ही दूसरों को संक्रमित कर सकता है।
- Coronavirus से अधिकांश संक्रमित व्यक्ति के लक्ष्य भी नहीं दिखाते हैं।
- Coronavirus से संक्रमित कोई भी व्यक्ति खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढकने से संक्रमण को कम करने में मदद मिलेगी।
- Coronavirus संक्रमित व्यक्ति की लार, थूक और मल में पूरी संक्रामक अवधि के लिए मौजूद रहता है। संक्रमित रहने की अधिकांश संभावना बढ़ जाती है।
Covid-19 संक्रमित से कैसे बचे:
- Coronavirus संक्रमित की संचरण ज्यादातर बूंदों (Liquid Drop) या लार के माध्यम से होता है। इसीलिए कोई व्यक्ति खांसते या छींकते दिखे अपना मुंह ठाक लें।
- Coronavirus संक्रमित से बचने लिए अपेक्षाकृत निकट संपर्क की आवश्यकता होती है, 6 फीट से कम ना हो। यही कारण है कि हमें भारत सरकार सार्वजनिक स्थानों पर एक दूसरे से 1.5 मीटर की दूरी पर रहने की सलाह दी गई हैं।
- Coronavirus संक्रमित से निर्जीव वाहक, विशेष रूप से फोन, दरवाज़े की कुंडी आदि सतह संचरण के लिए एक संभावित स्रोत हैं, इसे छूने के बाद हाथ को साबुन से धो लें।
- सार्वजनिक स्थानों पर डोर नॉब्स, लिफ्ट कॉल बटन और काउंटर को छूने के बाद हाथों को साफ करना है।
- कोरोनावायरस से संक्रमित कोई भी वस्तु या किसी भी स्थानों पर जाने के बाद आप अपना हाथ को अच्छी तरह से धो लें और मुख्य पर मास्क लगाए रखें ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
Covid-19 से हम कितने को संक्रमित करते हैं:
- एक विशिष्ट संक्रामक व्यक्ति के कारण होने वाले नए संक्रमणों की औसत संख्या इसकी अभी कोई विशेष जानकारी अभी नहीं आई है लेकिन संक्रमित व्यक्ति अधिकांश लोगों को संक्रमण कर सकता है और यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलता है या फिर मारी एक प्रकार की छुआछूत बीमारी की तरह काम करती है परंतु यह हवा जनित बीमारी नहीं है।
- शारीरिक दूरी बनाकर, हम कृत्रिम रूप से वास्तविक Coronavirus संक्रमित की संचरण क्षमता को कम कर सकते हैं, इस प्रकार संक्रमण की दर को धीमा कर सकते हैं।
Covid-19 कहां से आया:
- पूरे विश्व में कोरोनावायरस की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है लेकिन विश्व जगत के बहुत साइंटिस्ट या वैज्ञानिक इस काम में लगे हुए हैं कि कोरोनावायरस किस तरह से उसके प्रभाव को पूर्णता खत्म किया जा सके लेकिन यह वायरस ऐसे स्थान से उत्पन्न हुई है जहां पर ठंड बहुत रहती है और यह वायरस ठंड के समय ज्यादा इंफेक्शन होने का या संक्रमण होने संभावना अधिक रहती है, कोरोनावायरस को पहली बार चीन देश के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान शहर में पहचाना गया है। इसकी शुरुआत में यह अनुमान लगाया गया था कि SARS-CoV-2 वायरस चमगादड़ से इंसानों में आया है। लेकिन हाल के जीनोम सीक्वेंसिंग अध्ययन से पता चलता है कि यह चमगादड़ से इंसानों तक पहुंच गया।
- एक अन्य अध्ययन से संकेत मिलता है कि बीमारी फैलने से पहले मनुष्यों में SARS-CoV-2 वायरस की एक वंशावली फैल रही थी।
- कोरोनावायरस दिसंबर 2019 से पहले SARS-CoV2 के कोई मामले नहीं हैं, प्रारंभिक जीनोमिक बताते हैं कि SARS-CoV-2 के पहले मानव मामले अक्टूबर के मध्य और दिसंबर 2019 के मध्य में सामने आए थे।
- SARS-CoV-2 मानव, चमगादड़, बंदर और सूअर के अलावा प्रभावित कर सकता है।
- यह घरेलू पशुओं या पशुओं को संक्रमित नहीं करता है।
- अंडे या मुर्गी खाने से SARS-CoV-2 संक्रमण नहीं होगा।
क्या कोई दो बार संक्रमित हो सकता है?
- प्रायोगिक तौर पर संक्रमित मकाक दोबारा संक्रमित होने में सक्षम नहीं थे।
- इसी तरह, मनुष्यों में ठीक होने के बाद कोरोनावायरस से पुन: संक्रमण हो सकता है।
बीमारी कितनी गंभीर है?
- COVID-19 के अधिकांश मामले हल्के (81%) हैं, लगभग 15% को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है और 5% को गंभीर देखभाल की आवश्यकता होती है।
- यानी अधिकांश संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
सबसे ज्यादा किसको संक्रमण कर सकता हैं:
- 60 साल से ऊपर व्यक्ति को पूर्व हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और सांस की स्थिति वाले लोग संक्रमण हो सकता है
क्या हवा से फैलेगा वायरस:
- हवा में यह वायरस केवल 2.7 घंटे तक ही जीवित रह सकता है। इसलिए खुली जगह जैसे बालकनी या छत में रहने से कोई नुकसान नहीं है।
Covid-19 के उपचार:
संक्रामक अवधि को कृत्रिम रूप से कम करना समग्र संचरण को कम करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
- Rapid Test
- RT-PCR
- ELISA TEST
- PLASMA THERAPY
- ISOLATION
- QUARANTINE
- VENTILATOR
- SOCIAL DISTANCING
- LOCKDOWN
- VACCINE
जूनोटिक रोग:
- जानवरों से मनुष्यों में जाने वाले रोगों को जूनोटिक रोग कहा जाता है। वे दुर्लभ हैं। उनके साथ मुख्य चिंता यह है कि चूंकि वे मनुष्यों के लिए नए हैं, मानव शरीर में उनके लिए कोई antibodies नहीं है।
- जूनोटिक रोगों को जूनोज भी कहा जाता है। वे बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी जैसे हानिकारक कीटाणुओं के कारण होते हैं।
जूनोटिक रोग कैसे फैलता है:
- जूनोटिक रोग मनुष्य में लार, मूत्र और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों के साथ और जानवरों को छूने से, तथा उन क्षेत्रों के संपर्क में आना जहां जानवर,
- दूषित भोजन करने से।
- वस्तुओं और सतहों के साथ जो कीटाणुओं से दूषित हो गए हैं।
- मच्छरों, पिस्सू या टिक्स जैसे कीड़ों द्वारा काटे जाने पर।
योजना | किसके द्वारा चलाया गया |
iGOT | भारत सरकार |
कोविड सेवा प्लेटफार्म | भारत सरकार |
आरोग्य सेतु | भारत सरकार |
कोरोना कवच | भारत सरकार |
मिशन सागर | भारत सरकार |
आयुष संजीवनी ऐप | भारत सरकार |
आयुष कवच | उत्तर प्रदेश सरकार |
कोरोना सहायता ऐप | बिहार सरकार |
समाधान विकास मंत्रालय | मानव संसाधन मंत्रालय/HRD |
5T योजना | दिल्ली सरकार |
करुणा ऐप एसोसिएशन | सिविल सर्विस |
V – सेफ टनल | तेलंगाना सरकार |
ब्रेक द चेन | केरल सरकार |
ऑपरेशन शील्ड | दिल्ली सरकार |
नाड़ी ऐप | पंडुचारी सरकार |
प्रज्ञाम ऐप | झारखंड सरकार |
कोविड केयर ऐप | अरुणाचल प्रदेश सरकार |
कोवसैक | DRDL |
मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण | मध्य प्रदेश सरकार |
लाइफलाइन उड़ान | नगर विमान मंत्रालय |
ऑपरेशन नमस्ते | भारतीय सेना |
नमस्ते ओवर हैंडसेक | कर्नाटक सरकार |
मो जीवन | ओडिशा सरकार |
Covid-19 Lockdown:
कोरोनावायरस यानी कोविड-19 के कारण पूर्व विश्व जगत में महामारी फैल गई है जिसके कारण सभी को वायरस का संक्रमण हो रहा है इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कई योजनाओं का शुभारंभ किया और वित्तीय सहायता के लिए भी मदद कर रही है लेकिन इसके उपरांत भी सभी देशों में स्वास्थ्य की सुविधाएं अच्छी ना होने के कारण से यह वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है इस संक्रमण को रोकने के लिए भारत में एक लॉक डाउन करने का तरीका निकाला गया यह संक्रमण को रोकने में हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन करने का निश्चय किया है और यह पूरे भारत में लागू रहेगा और यह लॉकडाउन 24 मार्च 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 21 दिनों के लिए किया था लेकिन परिस्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय लॉकडाउन को 3 मई 2020 तक बढ़ा दिया गया था। और उसके बाद भारत में लॉकडाउन बढ़ाने की 14 अप्रैल 2020 को पीएम ने की थी। ऐसे भारत सरकार ने लॉकडाउन को कंटिन्यू करने का निर्णय लिया है यह निर्णय जब तक कोरोनावायरस का संक्रमण कम नहीं हो जाता तब तक यह लॉकडाउन चलता रहेगा और संक्रमण कम होने पर लॉकडाउन को अनलॉक कर दिया जाएगा।
राष्ट्रीय लॉकडाउन (National Lockdown) Date:
राष्ट्रीय लॉकडाउन (National Lockdown) |
|
Phase 1 | 25 March 2020 – 14 April 2020 (21 days) |
Phase 2 | 15 April 2020 – 3 May 2020 (19 days) |
Phase 3 | 4 May 2020 – 17 May 2020 (14 days) |
Phase 4 | 18 May 2020 – 31 May 2020 (14 days) |
Unlock | |
Unlock 1.0 | 1 June 2020 – 30 June 2020 (30 days) |
Unlock 2.0 | 1 July 2020 – 31 July 2020 (31 days) |
Unlock 3.0 | 1 August 2020 – 31 August 2020 (31 days) |
Unlock 4.0 | 1 September 2020 – 30 September 2020 (30 days) |
Unlock 5.0 | 1 October 2020 – 31 October 2020 (31 days) |
Unlock 6.0 | 1 November 2020 – 30 November 2020 (30 days) |
Unlock 7.0 | 1 December 2020 – 31 December 2020 (31 days) |
Unlock 8.0 | 1 January 2021 – 31 January 2021 (31 days) |
Unlock 9.0 | 1 February 2021 – 28 February 2021 (28 days) |
Unlock 10.0 | 1 March 2021 – 31 March 2021 (31 days) |
Unlock 11.0 | 1 April 2021 – 30 April 2021 (30 days) |
Unlock 12.0 | 1 May 2021 – 31 May 2021 (31 days) |
Unlock 13.0 | 1 June 2021 – 30 June 2021 (30 days) |
Unlock 14.0 | 1 July 2021 – 31 July 2021 (31 days) |
Unlock 15.0 | 1 August 2021 – 31 August 2021 (31 days) |
Unlock 16.0 | 1 September 2021 – 30 September 2021 (30 days) |
Unlock 17.0 | 1 October 2021 – 31 October 2021 (31 days) |
Unlock 18.0 | 1 November 2021-30 November 2021 (30 days) |
Unlock 19.0 | 1 December 2021-31 December 2021 (31 days) |
Unlock 20.0 | 1 January 2022-31 January 2022 (31 days) |
Unlock 21.0 | Til Now |
COVID-19 VACCINE:
कोरोनावायरस 11 वायरस जनित बीमारी है इस बीमारी को खत्म करने के लिए विश्व के सभी साइंटिस्ट होने वैक्सीन का उत्पत्ति की है जिसका नाम कोवैक्सिन, कोविशील्ड और स्पुतनिक वी आदि वैक्सीन का निर्माण हो चुका है और यह वैक्सीन भारत वर्ष में बहुत तेजी टिकाकरण किया जा रहा है अभी तकभारतवर्ष में अभी तक 122 करोड़ वैक्सीन का पहला डोज लगाए जा चुका है और दूसरे डोज का 90 करोड़ लग चुका है।
कोवैक्सिन (Covaxin ):
- यह भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित COVID-19 वैक्सीन है।
- इसे भारत बायोटेक द्वारा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से विकसित किया गया है।
- वैक्सीन को जुलाई 2020 से चरण I और II मानव परीक्षणों के लिए मंजूरी मिली।
- तीसरे चरण के परीक्षणों के बाद, जनवरी 2021 में, वैक्सीन को आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मंजूरी मिली।
कोविशील्ड (Covishield):
- कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सहयोग से सह-विकसित किया गया है।
- इस टीके को भी मंजूरी दी गई है।
- भारत सरकार ने कोविशील्ड के लिए SII के साथ 11 मिलियन खुराक के खरीद आदेश पर हस्ताक्षर किए।
स्पुतनिक वी (Sputnik V):
- स्पुतनिक वी मानव एडेनोवायरल वेक्टर प्लेटफॉर्म पर बनाए गए कोविड -19 के खिलाफ पहला पंजीकृत टीका है।
- इसे रूस के गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने विकसित किया था।
- रूस का सॉवरेन वेल्थ फंड रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) वैक्सीन के उत्पादन और प्रचार में विदेशों में निवेश कर रहा है।
- भारत में इसने डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ करार किया है।
NEW DATA COVID-19 FOR VACCINE:
- 121 करोड़ से अधिक (2022) people with one dose administered of Covexin or Oxford–AstraZeneca vaccine or Sputnik V
- 70,63,48,368 people have been fully vaccinated with both doses of Covaxin or Oxford–AstraZeneca vaccine or Sputnik V
- 1,16,93,162 people have been administered Precautionary/Booster doses of Covaxin or Oxford–AstraZeneca vaccine or Sputnik V
- 68% of the Indian population has received one dose.
- 51% of the Indian population has received both doses
भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट –
- https://www.mygov.in/covid-19/ पर जा सकते हैं। यह आधिकारिक वेबसाइट कोविड -19
- Cause- COVID-19 pandemic in India
- Target -Immunization of Indians against COVID-19
- Organized by Government of India, Indian Council of Medical Research, State governments of India
- Website
Helpline number & Contact:
- 011-23978046,
- Toll-Free: 1075
- Helpline Email ID: [email protected]
Related links are given below: |
4 Comments