[Sukanya Samriddhi Yojana 2022] Sukanya Samriddhi Yojana | सुकन्या समृद्धि योजना | SSY GOV – HindiPediaa


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सुकन्या समृद्धि योजना 2022 (SSY):
सुकन्या समृद्धि योजना 2022 (SSY) भारत सरकार के द्वारा बेटियों के भविष्य को उज्जवल एवं सुरक्षित बनाने के लिए एक छोटी बचत योजना का शुरू की गई है। यह योजना बालिकाओं के माता-पिता को उनकी भविष्य की शिक्षा और शादी के खर्च के लिए है। यह योजना पीएम श्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढाओ अभियान के एक भाग के रूप में शुरू की गई थी। इसे 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा में लॉन्च किया गया था। इस hindipediaa लेख में, आप सरकारी योजना के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana Update 2022:
भारत सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना का शुभारंभ किया गया है। बेटियों के भविष्य को उज्जवल एवं सुरक्षित बनाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की बचत योजनाओं का संचालन किया जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना बालिकाओं के लाभ के लिए शुरू की गई, सरकार द्वारा एक बचत योजना है। यह “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ” योजना का एक हिस्सा है और 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के माता-पिता इस योजना के तहत बालिकाओं का अकाउंट खोल सकते हैं। और अकाउंट को 21 वर्ष तक या 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी होने तक चलाया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से भारत सरकार द्वारा निवेश पर 7.6% (November 2022) की दर से ब्याज प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा इस योजना के अंतर्गत निवेश करने पर टैक्स में छूट भी प्रदान की जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत अकाउंट किसी भी पोस्ट ऑफिस या कमर्शियल ब्रांच की अधिकृत शाखा में खुलवाया जा सकता है। सुकन्या समृद्धि खाते का संचालन बेटी की आयु 21 वर्ष की होने या फिर 18 वर्ष की आयु के बाद शादी होने तक किया जा सकता है। बेटी की उच्च शिक्षा के लिए 18 वर्ष की आयु के बाद 50% की रकम की निकासी की जा सकती है। List of Government Yojana
बेटी बचाओ-बेटी पढाओ (Beti Bachao, Beti Padhao: BBBP):
बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना भारत सरकार के तहत एक अभियान है जिसे जागरूकता पैदा करने और भारत में लड़कियों के लिए कल्याणकारी सेवाओं में सुधार के लिए किया गया था। यह योजना 22 जनवरी 2015 को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी, जो महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से चलाई जाती है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान संयुक्त रूप से एक राष्ट्रीय पहल है जिसका उद्देश्य गिरते बाल लिंगानुपात अनुपात छवि (CSR) के मुद्दे को संबोधित करना है।
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प्रारंभ में, इस योजना को ₹100 करोड़ के वित्त पोषण के साथ शुरू किया गया था और मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब, बिहार और दिल्ली में किया गया था।
भारत में जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, 2001 में, भारत में बाल लिंगानुपात (0-6 वर्ष) प्रति 1,000 लड़कों पर 927 लड़कियां थी और 2011 में यह घटकर प्रति 1,000 लड़कों पर 918 लड़कियों पर आ गई। UNICEF की 2012 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 195 देशों में 41वें स्थान पर है और 2011 की जनसंख्या जनगणना से पता चला है कि भारत का जनसंख्या अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 919 महिलाओं का है।
Sukanya Samriddhi Yojana (SSY) महत्वपूर्ण बिंदु / Overview:
योजना का नाम | सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana: SSY) | |
आरम्भ की गई | Ministry of Women and Child Development, Ministry of Health and Family Welfare and Ministry of Human Resource Development, Government of India | |
आरम्भ की तिथि | 22 January 2015 | |
लाभार्थी | लाभार्थी देश की बालिकाएं | |
उद्देश्य | बेटियों का भविष्य उज्जवल बनाना | |
योजना का प्रकार | केंद्र सरकार योजना | |
Official website |
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बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजना के उद्देश्य:
2011 की राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार, कुछ भारतीय राज्यों की महिला आबादी की संख्या में कमी जारी रही। इसके परिणामस्वरूप, इस अभियान की स्थापना हुई। List of Central Government Yojana
- बेटी बचाओ, बेटी पढाओ (BBBP) योजना ने अपने लॉन्च के 7 साल पूरे कर लिए हैं। योजना 2015 में शुरू की गई थी। 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर, BBBP योजना पर चर्चा की गई। राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 2008 में की गई थी।
- लिंग आधारित लिंग चयन को रोकने के लिए।
- बालिकाओं की सुरक्षा और अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए।
- बालिकाओं की शिक्षा और भागीदारी सुनिश्चित करना।
- इस योजना के ज़रिये लड़कियों की भ्रूण हत्या को रोकना।
बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजना की विशेषताएं:
सतत सामाजिक लामबंदी और संचार अभियान के उचित कार्यान्वयन के माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा देना और बालिकाओं के लिए समान मूल्य बनाना।
- गहन और एकीकृत कार्रवाई के लिए CMR पर कम लिंग वाले जिलों और शहरों पर ध्यान केंद्रित करना और लैंगिक रूढ़ियों और सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने के लिए समुदायों के साथ जुड़ना।
- सार्वजनिक चर्चा में CSR/SRB में गिरावट के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना और सुधार करना।
- विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए जो लिंग और बच्चों के अधिकारों के मुद्दों के लिए पर्याप्त रूप से उत्तरदायी हैं।
- जिलों द्वारा उनकी स्थानीय जरूरतों, संदर्भ और संवेदनशीलता के अनुसार हस्तक्षेपों को अपनाना।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की मुख्य बातें:
सुकन्या समृद्धि खाता (Sukanya Samriddhi Account: SSA) |
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ब्याज दर | 7.6% प्रति वर्ष (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2022-23) |
मैच्योरिटी पीरियड | 21 साल या जब तक बालिका 18 साल की नहीं हो जाती है |
एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम जमा राशि | 250 रू |
एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम जमा राशि | 1,50,000 रू |
योग्यता | 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक बालिका के नाम पर SSY अकाउंट खोलने के योग्य हैं। |
खाता स्थानांतरित | खाता पूरे देश में एक डाकघर/बैंक से दूसरे डाकघर/बैंक में स्थानांतरित किया जा सकता है। |
सुकन्या समृद्धि खाता Online Apply | खाता डाकघर अथवा अधिकृत बैंकों की शाखाओं में खोला जा सकता (एक कन्या के नाम से केवल एक खाता खोला जा सकता है) है। |
इनकम टैक्स छूट |
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सुकन्या समृद्धि योजना के लिए योग्यता :
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलने के लिए पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं।
- खाता खोलने के समय बालिका की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- खाता खोलने के समय बालिका की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए जो कि लड़की के 21 वर्ष की आयु तक पहुंचने तक संचालित होगी।
- एक बालिका के लिए एक से अधिक सुकन्या समृद्धि खाता नहीं खोले जा सकते हैं।
- एक परिवार को केवल दो सुकन्या समृद्धि योजना खाता को खोलने की अनुमति है, यानी कि हर बालिका के लिए एक खाता।
- सुकन्या समृद्धि खाताट कुछ विशेष मामलों में दो से अधिक लड़कियों के लिए खोला जा सकता है।
- यदि जुड़वां या तीन लड़कियों के जन्म से पहले एक लड़की का जन्म होता है या अगर पहले एक साथ तीन बच्चे पैदा होते हैं, तो तीसरा खाता खोला जा सकता है।
- यदि जुड़वां या तीन लड़कियों के जन्म के बाद एक लड़की का जन्म होता है, तो तीसरा सुकन्या समृद्धि योजना खाता नहीं खोला जा सकता है।
- केवल बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक ही लड़की के नाम पर सुकन्या समृद्धि खाता खोल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना की मुख्य विशेषताएं:
- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत 10 साल से कम उम्र की बेटी का अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- इस योजना के अंतर्गत किसी भी बैंक में खुलवाया जा सकता है।
- इस योजना के अंतर्गत एक परिवार की अधिकतम दो बच्चों का अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- कुछ विशेष परिस्थितियों में एक परिवार की तीन बच्चों का अकाउंट भी खुलवाया जा सकता है।
- इस योजना के अंतर्गत न्यूनतम ₹250 में अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपए -1.5 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है।
- इस योजना के अंतर्गत 7.6% ब्याज दर निर्धारित की गई है।
- Section 80C Income Tax अधिनियम के अंतर्गत इस योजना के अंतर्गत टैक्स छूट भी मिलती है।
- इस योजना के माध्यम से मिलने वाला रिटर्न भी टैक्स फ्री है।
- बेटी की उच्च शिक्षा के लिए भी सुकन्या समृद्धि योजना से 50% की रकम निकाली जा सकती है।
- PPF जैसी अन्य सरकार समर्थित कर बचत योजनाओं की तुलना में SSY बेहतर ब्याज दर वाली योजना है। इस योजना में अभी यानी वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के मुताबिक 7.6% की दर से ब्याज दिया जा रहा है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए ब्याज दरें 2022:
Sukanya Samriddhi Account Scheme Interest Rate, सुकन्या समृद्धि योजना के लिए ब्याज दरें अक्टूबर से दिसंबर 2022 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2022-23) के लिए 7.6% प्रति वर्ष निर्धारित की गई हैं।
समय अवधि | ब्याज दरें |
अक्टूबर से दिसंबर 2022 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2022-23) | 7.6 |
जुलाई से सितंबर 2022 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2022-23) | 7.6 |
अप्रैल से जून 2022 (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2022-23) | 7.6 |
जनवरी से मार्च 2022 (चौथी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2021-22) | 7.6 |
अक्टूबर से दिसंबर 2021 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2021-22) | 7.6 |
जुलाई से सितंबर 2021 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2021-22) | 7.6 |
अप्रैल से जून 2021 (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2021-22) | 7.6 |
जनवरी से मार्च 2021 (चौथी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2020-21) | 7.6 |
अक्टूबर से दिसंबर 2020 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2020-21) | 7.6 |
जुलाई से सितंबर 2020 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2020-21) | 7.6 |
अप्रैल से जून 2020 (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2020-21) | 7.6 |
जनवरी से मार्च (चौथी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2019-20) | 8.4 |
अक्टूबर से दिसंबर 2019 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2019-20) | 8.4 |
जुलाई से सितंबर 2019 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2019-20) | 8.4 |
अप्रैल से जून 2019 (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2019-20) | 8.5 |
जनवरी से मार्च 2019 (चौथी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.5 |
अक्टूबर से दिसंबर 2018 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.5 |
जुलाई से सितंबर 2018 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.1 |
अप्रैल से जून 2018 (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2018-19) | 8.1 |
जनवरी से मार्च 2018 (चौथी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.1 |
अक्टूबर से दिसंबर 2017 (तीसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.3 |
जुलाई से सितंबर 2017 (दूसरी तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.3 |
अप्रैल से जून 2017 (पहली तिमाही, वित्तीय वर्ष 2017-18) | 8.4 |
सुकन्या समृद्धि योजना डिपॉज़िट लिमिट:
कोई भी व्यक्ति एक वर्ष में न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए. प्रतिवर्ष का डिपॉज़िट कर सकता है। आपको अकाउंट खोलने की तारीख से 15 साल तक हर साल कम से कम न्यूनतम राशि अकाउंट में जमा करनी होगी। इसके बाद अकाउंट में मैच्योरिटी तक ब्याज मिलता रहेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना अवधि/ मैच्योरिटी पीरियड:
सुकन्या समृद्धि योजना की अवधि बालिका के 21 वर्ष के होने या 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी होने तक होती है। हालांकि, यह निवेश आपको अकाउंट खोलने की तारीख से 15 साल तक ही करना होता है। इसके बाद अकाउंट में मैच्योरिटी तक ब्याज मिलता रहेगा, भले ही इसमें कोई डिपॉज़िट न किया गया हो।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता में धनराशि जमा कैसे करे:
सुकन्या समृद्धि योजना 2022 खाते के धनराशि, डिमांड ड्राफ्ट से जमा कर सकते है या जिस पोस्ट ऑफिस या बैंक में कोर बैंकिंग सिस्टम मौजूद हो उसमे इलेक्टॉनिक ट्रांसफर मोड से भी जमा कर सकते है खाता खुलवाने के लिए नाम और अकॉउंट होल्डर का नाम लिखना होगा। इन सभी आसान तरीके से कोई भी व्यक्ति अपनी बेटी के खाते में पैसे जमा करवा सकते है।
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में कितने आयु तक खोला जा सकता है:
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत 0 वर्ष से लेकर 10 वर्ष की आयु तक बेटी का बैंक अकाउंट खोला जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत यदि बेटी की आयु 10 वर्ष से ज्यादा है तो बैंक अकाउंट नहीं खोला जा सकता। अकाउंट का संचालन बेटी के माता-पिता या फिर अभिभावक के पास होगा।
सुकन्या समृद्धि योजना मैच्योरिटी और आंशिक निकासी:
सुकन्या समृद्धि खाता 21 वर्ष की होने के साथ मैच्योरिटी हो जाता है लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। खाते की मैच्योरिटी के साथ लड़की की उम्र का कोई संबंध नहीं है। हालांकि, खाताधारक केवल तभी राशि निकाल सकता है जब वह 18 वर्ष की आयु प्राप्त करता है और राशि का उपयोग उच्च शिक्षा और विवाह के लिए किया जा सकता है। इसकी मैच्योरिटी के बाद खाता बंद कर दिया जाएगा।
किन स्थितियों में सुकन्या समृद्धि खाता मैच्योरिटी से पहले बंद हो सकता है:
यदि खाता धारक की मृत्यु हो जाती है तो सुकन्या समृद्धि योजना खाता बंद करवाया जा सकता है। इस स्थिति में खाताधारक का मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। जिसके पश्चात इस खाते में जमा धनराशि बेटी के अभिभावक को ब्याज सहित लौटा दी जाएगी। इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना खाता खुलवाने के 5 साल बाद भी किसी कारणवश बंद कराया जा सकता है। इस स्थिति में सेविंग बैंक अकाउंट के हिसाब से ब्याज दर मिलेगी। खाते में से 50% धनराशि बेटी की पढ़ाई के लिए भी निकाली जा सकती है। यह निकासी बेटी के 18 वर्ष के होने के बाद ही की जा सकती है।
यदि सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत नहीं जमा हो पाई तो क्या होगा:
खाताधारक रकम नहीं जमा कर पाता है तो उसे 50 रुपए सालाना की पेनल्टी देनी होगी। और इसी के साथ हर साल की न्यूनतम राशि का भुगतान करना होगा। यदि पेनल्टी नहीं चुकाई गई तो सुकन्या समृद्धि योजना खाते में सेविंग अकाउंट के बराबर ब्याज दर मिलेगा है।
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट का समय से पहले बंद होना:
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खाताधारक की अचानक मृत्यु:
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अगर योजना में रजिस्टर्ड बालिका की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाती है, तो माता- पिता या कानूनी अभिभावक अकाउंट में जमा राशि और उस पर अर्जित ब्याज को निकाल सकते हैं। नॉमिनी के अकाउंट में यह राशि तुरंत जमा कर दी जाएगी। इसके अलावा, माता- पिता या कानूनी अभिभावक को खातधारक की मृत्यु संबंधित दस्तावेज जमा कराने होंगे जो संबंधित अधिकारियों द्वारा वेरिफाई कराए होने चाहिए।
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अकाउंट जारी रखने में असमर्थता:
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अगर केंद्र सरकार की तरफ से ऐसा कोई निर्देश है कि निवेशक अकाउंट में निवेश करने के योग्य नहीं है तो सुकन्या समृद्धि अकाउंट समय से पहले बंद किया जा सकता है। यदि अकाउंट में निवेश करने की वजह से जमाकर्ता को किसी भी प्रकार की आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है तो इसे बंद किया जा सकता है। इसके अलावा, अकाउंट को बंद करने के लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेना ज़रूरी है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए अधिकृत बैंक:
सुकन्या समृद्धि योजना खाते खोलने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा अधिकृत कुल 28 बैंक हैं। उपयोगकर्ता निम्नलिखित में से किसी भी बैंक में सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोल सकते हैं और इस योजना का लाभ उठा सकते है ।
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- Allahabad Bank
- State Bank Of India (SBI)
- axis Bank
- Andhra Bank
- Bank Of Maharashtra (BOM)
- Bank Of India (BOI)
- Corporation Bank
- Central Bank Of India (CBI)
- Canara Bank
- Dena Bank
- Bank Of Baroda (BOB)
- State Bank Of Patiala (SBP)
- State Bank Of Mysore (SBM)
- Indian Overseas Bank (IOB)
- Indian Bank
- Punjab National Bank (PNB)
- IDBI Bank
- ICICI Bank
- Syndicate Bank
- State Bank Of Bikaner And Jaipur (SBBJ)
- State Bank Of Travancore (SBT)
- Oriental Bank Of Commerce (OBC)
- State Bank Of Hyderabad (SBH)
- Punjab And Sind Bank (PSB)
- Union Bank of India
- UCO Bank
- United Bank Of India
- Vijay Bank
सुकन्या समृद्धि योजना में अकाउंट खुलवाने के नियम:
निवेश की शर्तें एवं नियम:
- खाता खुलवाने की आयु- सुकन्या समृद्धि खाता बालिका की 10 वर्ष की आयु होने से पहले अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है।
- खाते की संख्या- एक लड़की के लिए केवल एक ही खाता इस योजना के अंतर्गत खोला जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत एक बेटी के लिए माता द्वारा अलग तथा पिता द्वारा अलग खाता ही नहीं संचालित किया जा सकता।
- परिवार के खाताधारकों की संख्या- एक परिवार की केवल दो बेटियां ही इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
- जुड़वा बेटियों की स्थिति में एक परिवार की खाताधारक की संख्या: यदि जुड़वा या ट्रिपलेट बेटियों का जन्म होता है तो उस स्थिति में 2 से अधिक खाते भी खोले जा सकते हैं।
- खाते का संचालन- सुकन्या समृद्धि खाते को खाताधारक की 18 वर्ष की आयु होने तक खाता धारक के अभिभावक द्वारा संचालित किया जाता है।
अधिकतम एवं न्यूनतम राशि जमा करने के नियम व शर्तें:
- न्यूनतम खाता खोलने के लिए राशि-इस योजना के अंतर्गत न्यूनतम 250 रुपए में खाता खोला जा सकता है।
- न्यूनतम प्रतिवर्ष निवेश- प्रत्येक वर्ष इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को 250 रुपए का निवेश करना होगा।
- डिफॉल्ट की स्थिति- यदि खाताधारक द्वारा प्रतिवर्ष न्यूनतम 250 रुपए का निवेश नहीं किया गया तो इस स्थिति में खाते को डिफॉल्ट कर दिया जाएगा। यदि खाता डिफॉल्ट हो गया है तो इस स्थिति में खाते में 250 रुपए की न्यूनतम राशि का भुगतान एवं 50 रुपए की पेनल्टी का भुगतान करके खाते को पुनर्जीवित किया जा सकता है।
- अधिकतम निवेश राशि- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत अधिकतम 150000 रुपए तक की राशि का निवेश किया जा सकता है।
- खाता खोलने के महत्वपूर्ण दस्तावेज- इस योजना के अंतर्गत खाता खोलने के लिए अभिभावक को बेटी का जन्म प्रमाण पत्र तथा अभिभावक का पैन कार्ड और आधार नंबर जमा करना होगा।
- निवेश करने की अवधि- इस योजना के अंतर्गत खाता खोलने की तिथि से 15 साल तक निवेश किया जा सकता है।
मैच्योरिटी, कर लाभ एव ब्याज दरें से संबंधित नियम व शर्तें:
- मैच्योरिटी आयु- सुकन्या समृद्धि खाता खुलने से 21 साल बाद या फिर बालिका के विवाह के समय 18 वर्ष की आयु होने के बाद परिपक्व हो जाएगा।
- इंटरेस्ट रेट- सरकार द्वारा हर तिमाही आधार पर इंटरेस्ट रेट की अधिसूचना दी जाएगी। जनवरी 2021 से मार्च 2021 के लिए इस योजना के अंतर्गत इंटरेस्ट रेट 7.6% है।
- ब्याज राशि- इस योजना के अंतर्गत ब्याज राशि वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाएगा। सुकन्या समृद्धि खाते को पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक में खुलवाया जा सकता है।
- कर लाभ- सेक्शन 80C के अंतर्गत इस योजना के अंतर्गत किया गया निवेश कर मुक्त है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुआ ब्याज तथा मैच्योरिटी राशि भी कर मुक्त है।
खाते की प्रीमेच्योर क्लोजर से संबंधित नियम व शर्ते:
- प्रीमेच्योर क्लोजर- सुकन्या समृद्धि खाते को समय से पहले (खाता खोलने के 5 साल बाद) बंद कराया जा सकता है।
- खाता धारक की मृत्यु- यदि खाता धारक की मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
- जानलेवा रोग की स्थिति- यदि खाताधारक को किसी प्रकार का जानलेवा रोग हो जाता है तो इस स्थिति में भी यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
- अभिभावक की मृत्यु- खाताधारक के अभिभावक (जो खाते का संचालन करता है) की मृत्यु की स्थिति में भी यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि खाते से पैसे निकालने के नियम व शर्तें:
- निकासी करने की स्थिति- सुकन्या समृद्धि योजना खाते से पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध शेष राशि का अधिकतम 50% तक की निकासी की जा सकती है। यह निकासी बालिका की शिक्षा के लिए की जा सकती है।
- सुकन्या समृद्धि खाते निकासी करने के लिए आयु- यह निकासी बालिका की 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर या फिर दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद (दोनों में से जो भी पहले हो) की जा सकती है।
- निकासी का प्रकार-खाते से निकासी एक साथ की जा सकती है या फिर किस्तों में भी की जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए दस्तावेज:
- बालिका का नाम (प्राथमिक खाता धारक)
- अकाउंट खोलने वाले माता-पिता/अभिभावक का नाम (संयुक्त धारक)
- प्रारंभिक जमा राशि
- चेक/डीडी नंबर और दिनांक (प्रारंभिक जमा के लिए उपयोग किया जाता है)
- बालिका की जन्म तिथि
- प्राथमिक खाताधारक के जन्म प्रमाण पत्र का विवरण
- माता-पिता/अभिभावक का पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, आदि)
- वर्तमान और स्थाई पता (माता-पिता/अभिभावक के आईडी दस्तावेज के अनुसार)
- किसी अन्य KYC दस्तावेज की जानकारी (पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आदि)
- इस योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए कन्या की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए |
- आधार कार्ड
- बच्चे और माता पिता की फ़ोटो
- निवास प्रमाण
- चिकित्सा प्रमाण पत्र
सुकन्या समृद्धि योजना खाता खोलने का आवेदन फॉर्म: SSY Online Form
सुकन्या समृद्धि खाता बालिका के कानूनी अभिभावकों द्वारा उसके जन्म से लेकर दस वर्ष की आयु प्राप्त करने तक खोला जा सकता है और प्रति बच्चा केवल एक खाता हो सकता है। इस योजना के तहत खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 250 रुपये है और बाद में सौ के गुणकों में कोई भी राशि जमा की जा सकती है। सुकन्या समृद्धि खाते में राशि 15 साल तक जमा की जा सकती है और खाता खोलने की तारीख से 21 साल तक चालू रह सकती है। सुकन्या समृद्धि योजना निश्चित आय खंड में सबसे अधिक भुगतान वाले निवेश विकल्पों में से एक है। खाता खोलते समय बालिका का जन्म प्रमाण पत्र अन्य आईडी प्रमाणों के साथ बैंक में जमा किया जाना चाहिए।
सुकन्या समृद्धि योजना कैलकुलेटर:
बालिका का जन्म 2022 में हुआ है और माता-पिता उसी वर्ष उसके नाम पर सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट शुरू करते हैं। यह अकाउंट 21 साल बाद मैच्योर होगा जब बालिका को कुल मैच्योरिटी राशि प्राप्त होगी।
- वार्षिक निवेश = 1 लाख रुपये
- निवेश की अवधि =15 वर्ष
- 15 वर्षों के अंत तक निवेश की गई कुल राशि = 15 लाख रुपये
- 1 साल के लिए ब्याज दर = 7.6%
- 21 साल के अंत में ब्याज = 3,10,454.12 रुपये
- 21 साल के अंत में मैच्योरिटी वैल्यू = 43,95,380.96 रुपये
सुकन्या समृद्धि योजना Table:
वित्तीय वर्ष | डिपॉज़िट राशि (रुपये में) | अर्जित ब्याज (रुपये में) | साल के अत में बैलेंस (रुपये में) |
1 | 100000 | 7600 | 107600 |
2 | 100000 | 15777.6 | 223377.6 |
3 | 100000 | 24576.70 | 347954.30 |
4 | 100000 | 34044.53 | 481998.82 |
5 | 100000 | 44231.91 | 626230.73 |
6 | 100000 | 55193.54 | 781424.27 |
7 | 100000 | 66988.24 | 948412.52 |
8 | 100000 | 79679.35 | 1128091.87 |
9 | 100000 | 93334.98 | 1321426.85 |
10 | 100000 | 108028.44 | 1529455.29 |
11 | 100000 | 123838.60 | 1753293.89 |
12 | 100000 | 140850.34 | 1994144.23 |
13 | 100000 | 159154.96 | 2253299.19 |
14 | 100000 | 178850.74 | 2532149.93 |
15 | 100000 | 200043.39 | 2832193.32 |
16 | 0 | 215246.69 | 3047440.01 |
17 | 0 | 231605.44 | 3279045.45 |
18 | 0 | 249207.45 | 3528252.91 |
19 | 0 | 268147.22 | 3796400.13 |
20 | 0 | 288526.41 | 4084926.54 |
21 | 0 | 310454.42 | 4395380.96 |
सुकन्या समृद्धि योजना सभी राज्य Update 2022 (November):

